Saturday 25th Jan 2025
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ब्रिक्स में शामिल प्रधानमंत्री: आतंक को बढ़ावा देने वाले देशों के साथ ऑर्गेनाइज्ड ढंग से निपटना होगा

ब्रिक्स में शामिल प्रधानमंत्री: आतंक को बढ़ावा देने वाले देशों के साथ ऑर्गेनाइज्ड ढंग से निपटना होगा

मंगलवार को ब्रिक्स देशों के सम्मेलन में ब्राजील, रूस, भारत, चीन, और दक्षिण अफ्रीका शामिल थी। इस बार सम्मेलन का मूल विषय “वैश्विक स्थिरता, साझा सुरक्षा और अभिनव विकास” था। विदेश मंत्रालय ने कहा कि अगले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता भारत करेगी। 2021 में भारत होने वाली ब्रिक्स देशों के 13वें शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगी। इससे पहले भी 2012 और 2016 में ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता भारत ने की थी।

ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा “आतंकवाद सबसे बड़ी समस्या है, जिसका सामना दुनिया आज कर रही है। हम यह निश्चित करेंगे कि जो देश आतंकवाद को समर्थन करते हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाए और इस समस्या से ऑर्गेनाइज्ड ढंग से लड़ा जाए।”

मोदी ने वृक्ष की वर्चुअल समिट में कहा कि भारत और दक्षिण अफ्रीका ने कोविड-19 वैक्सीन उपचार और जांच संबंधी एग्रीमेंट किए हैं। जिसमें छूट का प्रस्ताव रखा गया है। उन्हें आशा है कि ब्रिक्स के बाकी देश भी उनका समर्थन करेंगे। डिजिटल हेल्थ में सहयोग बढ़ाने पर भारत काम करेगा।

ब्रिक्स सम्मेलन में आपसी सहयोग और आतंकवाद, स्वास्थ्य, व्यापार और कोरोना महामारी के चलते हुए नुकसान की भरपाई जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई थी। जिसमें भारत के प्रधानमंत्री, चीन के राष्ट्रपति के अलावा ब्राजील के राष्ट्रपति और रूस के राष्ट्रपति भी शामिल हुए थे।

यह सम्मेलन ऐसे समय में आयोजित किया गया, जब भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में तनाव बना हुआ है। हालांकि दोनों देशों ने ऊंचाई वाले इलाकों से अपने-अपने सैनिकों को पीछे हटाने पर काम शुरू कर दिया है। पिछले 1 महीने में यह दूसरी बार है जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग वीडियो कॉल पर आमने-सामने आए थे। कोरोना वायरस के चलते इस वर्ष शिखर सम्मेलन का आयोजन वर्चुअल माध्यम से किया गया है।