नए संसद भवन के गठन के लिए 10 दिसंबर को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा भूमि पूजन किया जायेगा। लोकसभा स्पीकर श्री ओम बिरला प्रधानमंत्री को न्योता देने के लिए उनके निवास स्थान पहुंचे। अफसरों का कहना है कि नये संसद भवन की बनावट त्रिभुज के स्वरूप की होगी और पुराने क्षेत्र के नजदीक इसे बनाया जायेगा। टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा नई इमारत का गठन किया जायेगा।
अफसरों द्वारा सितंबर में कहा गया था कि “इसके लिए कंपनी ने 861.90 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी।” संसद के नए भवन को तैयार होने मे लगभग 1 वर्ष का समय लगने की आशा है। एलएंडटी द्वारा 865 करोड़ रुपये की बोली इस प्रोजेक्ट के लिए लगाई गई थी। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग ने नए संसद भवन की एस्टिमेटिड व्यय 940 करोड़ रुपये रखी थी।
एनसीपी नेता सुप्रिया सुले और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भवन के गठन के समय को लेकर सरकार पर प्रायोरिटी को ध्यान न देने का इलज़ाम लगाया है क्योंकि इस वक़्त भारत कोरोना वायरस महामारी का सामना कर रहा है।
एक न्यूज़ चैनल के अनुसार, नई इमारत में एक बड़ा संविधान सभागार होगा, जिसमें भारत की लोकतंत्र संबंधी विरासत का प्रतिबिंब दिखाई देगा। इसके साथ ही साथ कई कमेटियों के लिए कमरे, डाइनिंग एरिया, संसद सदस्यों के लॉन्ज और आवश्यकतानुकूल पार्किंग के लिए जगह होगी।