Tuesday 3rd Dec 2024
देश

झारखंड में कोरोना के डेल्टा प्लस म्यूटेंट से बेचैनी बढ़ी

झारखंड में कोरोना के डेल्टा प्लस म्यूटेंट से बेचैनी बढ़ी

देश में कोरोना का कहर समाप्त होने का नाम ही नहीं ले रहा है।रोज़ ही कुछ नया सुनने को मिल रहा है इस महामारी के कारण। इसी से जुड़ी एक खबर झारखंड से आ रही है।

झारखंड में कोरोना महामारी की दूसरी लहर का प्रकोप मचाने वाले डेल्टा म्यूटेंट के पश्चात अब डेल्टा प्लस म्यूटेंट ने बेचैनी बढ़ा दी है। केंद्र सरकार द्वारा केरल, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में डेल्टा प्लस का पता चलने के पश्चात झारखंड को भी सतर्क करते हुए खास सावधानी बरतने को कहा गया है। रांची के रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी खंड के एचओडी डॉ मनोज कुमार कहते हैं कि “कोरोना गाइडलाइंस का पालन ही इससे बचाव है।लापरवाही नहीं बरतें।”

केंद्र सरकार द्वारा झारखंड सरकार को खत भेज कर  कहा गया है कि “डेल्टा प्लस के कारण तीसरी लहर के आने की आशंका है। ऐसे में इसकी रोकथाम के उपायों पर जोर देने जरूरत है। इसके लिए केंद्र सरकार ने व्यापक स्तर पर कोरोना जांच करने, कोरोना पॉजिटिव मरीजों की सघन और त्वरित कांटैक्ट ट्रेसिंग कर जांच करने एवं टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने को कहा है।केंद्र सरकार ने आगाह किया है कि भीड़ को रेाकने एवं कोरोना प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करें।”

रांची के रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी खंड के एचओडी डॉ मनोज कुमार द्वारा सूचना दी गई है कि “कोरोना के नए म्यूटेंट डेल्टा प्लस में अतिरिक्त म्यूटेंट के 417एन है, जो डेल्टा (बी.1.617.2) को डेल्टा प्लस में बदल देता है।आशंका है कि ये म्यूटेंट अधिक संक्रामक है, लेकिन भारत में इसकी संख्या बहुत कम है। जिन इलाकों में डेल्टा प्लस वैरिएंट के मरीज मिले हैं, वहां पॉजिटिविटी रेट काफी अधिक रही है।” डॉ मनोज कुमार आगे कहते हैं कि कोरोना बीमारी से स्वस्थ हुए मरीजों में बना एंटीबॉडी भी डेल्टा प्लस वैरिएंट के विरुद्ध उतना प्रभावकर नहीं है।इसके लिए भी सबसे ज्यादा असर करने वाला कोरोना नियमों का पालन करना ही है।

झारखंड में अप्रैल से 9 जून 2021 तक जिनोम सीक्‍वेंसिंग के लिए 364 नमूने भुवनेश्वर के आईएलएस में जाँच के लिए भेजे गये थे। जिसमें से 90 प्रतिशत अर्थात 328 नमूनों में डेल्टा, कप्पा, अल्फा सहित 8 म्यूटेंट प्राप्त हुए थे। 362 में से 62.19 प्रतिशत अर्थात 204 नमूनों में डेल्टा वेरिएंट की होने की बात सामने आई है।

झारखंड के स्वास्थ्य खंड के श्रेष्ठ आईईसी भारसाधक सिद्धार्थ त्रिपाठी ने सूचना देते हुए कहा है कि “राज्य सरकार इस मामले को लेकर सजग है और इस दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। कोरोना जांच में और तेजी लायी जायेगी।मास टेस्टिंग ड्राइव चलाया जायेगा, ताकि अधिक से अधिक लोगों की कोरोना जांच की जा सके।”