पश्चिम बंगाल में चुनावी युद्ध के मध्य कोरोना संक्रमण के नए मामले शीघ्रता से बढ़ रहे हैं। बंगाल में बीते 24 घंटो में लगभग 2800 नई घटनाएँ देखने को मिली है और 7 लोगों मृत्यु हो गई है। चुनावों के मध्य बंगाल में कोरोना का बढ़ता संक्रमण सोशल मीडिया पर लोगों की चर्चा का विषय बना हुआ है।
पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग की तरफ से प्रसारित एक समाचार के मुताबिक बीते 24 घंटों में 33,499 नमूनों की जांच की गयी है। जिसमें 2,783 नमूनों की कार्य-विवरण सकारात्मक आये हैं, जो इस वर्ष की अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। अप्रैल महीने में कोरोना प्रतिदिन अपने ही अभिलेख को पीछे छोड़ रहा है।
समाचारों के मुताबिक 1 वर्ष में 6,02,807 लोग कोरोना से संक्रमित हो गए हैं, तथा 24 घंटों में 957 लोगों द्वारा कोरोना से जंग जीती गई है। इसके साथ ठीक होने वालों का आंकडा बढ़ कर 5,76,328 हो गया है। बंगाल में क्रियाशील बीमारों का आंकडा बढ़ते हुए 16,109 पर जा पहुँचा है, जिनका अभी उपचार चल रहा है। बंगाल की राजधानी कोलकाता में बीते 24 घंटों में 716 लोग इनफ़ेक्टेड हुए हैं और 3 लोगों की मृत्यु भी हुई है। उत्तर 24 परगना में 595 लोग इनफ़ेक्टेड हुए हैं एवं एक की मृत्यु भी हो गई है।
कोरोना के बढ़ते मामलों और बंगाल में चल रही चुनावी जनसमूहों को लेकर सोशल मीडिया पर भी कई सवाल उठ रहे हैं। पूर्व सांसद पप्पू यादव ने इस विषय पर ट्वीट करते हुए कहा कि “चुनावी रैली की भीड़ में कोरोना दबकर मर जाती है। स्कूल, कोचिंग, दुकान में बहुत तेजी से बढ़ने लगती है। यह है बीजेपी सरकार का भारत को कोरोना से बचाने का अभियान!”
सुपीरियर पत्रकार उमाशंकर सिंह ने चुनावी जनसमूह में कोरोना के कानूनों का मजाक उड़ाया जा रहा है, उस पर ताना मारते हैं। उमाशंकर सिंह द्वारा ट्वीट करते हुए लिखा गया है कि “आप अकेले भी कार चला रहे हैं तो मास्क पहने रहिए।वरना कोरोना आपके मुँह से निकल कर नाक में घुस सकता है।कोरोना कहीं से भी आपके शरीर में नहीं घुस सकता ये जाँचने के लिए अपने सबसे नज़दीक की चुनावी रैली में होकर आइए।