अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर तालिबान के दख़ल के पश्चात वहां बिगड़ती सम्यक रक्षण परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए भारत द्वारा अफगानिस्तान में अपने प्रतिनिधि और भारतीय दूतावास के अपने कार्यकर्ताओं के साथ सभी पत्रकारों को एक सेना विमान से दिल्ली लाया गया है।अफसरों द्वारा बताया गया कि सी-17 हवाई जहाज़ सर्वप्रथम गुजरात के जामनगर में रूका उसके पश्चात मध्याह्न 1.30 बजे नई दिल्ली पहुंच गया। अफगानिस्तान में भारतीय राजदूत रुद्रेंद्र टंडन भी इस हवाई जहाज़ में सवार थे।
अफगानिस्तान से जामनगर आने पर भारतीय राजदूत रुद्रेंद्र टंडन ने हवाई अड्डे पर कहा कि “आपके स्वागत का हम सब पर प्रभाव पड़ता है। भारतीय वायुसेना का धन्यवाद, जिन्होंने असमान्य परिस्थितियों में उड़ान भरी।” अफगानिस्तान में रह रहे भारतीयों को वापस लाने के लिए भारत आने वाला यह दूसरा हवाई जहाज़ है।
इस विमान के पूर्व, काबुल में हवाई जहाज़ परिचर्या मुअत्तल होने से पूर्व एक भिन्न सी-19 हवाई जहाज़ के माध्यम से सोमवार को अल्प भारतीय दूतावास कर्मियों सहित लगभग 40 व्यक्तियों को अफगानिस्तान से सुरक्षित भारत लाया गया था। हवाई जहाज़ के गुजरात के जामनगर में उतरने से पूर्व वहाँ के खाद्य और नागरिक आपूर्ति राज्य मंत्री धर्मेंद्र सिंह जडेजा द्वारा एक न्यूज चैनल से वार्तालाप करते हुए कहा गया कि “जो लोग विमान में सवार थे उन्हें पहले दोपहर का भोजन दिया जाएगा और फिर उनके गंतव्य तक ले जाया जाएगा।”
भारत की प्रमुखतम समाचार एजेंसी द्वारा गुजरात सरकार के दृष्टांत से कहा गया कि तालिबान की तरफ़ से अफगानिस्तान पर दख़ल करने के पश्चात भारतीय प्रधान मंत्री निजी तौर पर अफगानिस्तान में फंसे हुए भारतीयों और अफसरों को वहाँ से सुरक्षित वापस लाने पर नजरें बनाये रखे हैं। भारतीय वायु सेना के हवाई जहाज़ ने काबुल के समय के अनुसार लगभग 8 बजे हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से अमेरिकी बलों की सहायता से उड़ान भरी थी। रविवार को भारतीयों का पहला दल एयर इंडिया के विमान से वापस आया था।