भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव भाद्रपद मास में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र में मनाया जाता है। इस वर्ष जन्माष्टमी में द्वापर युग जैसा संयोग बन रहा है। जो बड़ा ही शुभ है। इस वर्ष 30 अगस्त को श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी। देश-दुनिया में भगवान श्री कृष्ण का जन्म उत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। वहीं, बंगाल के नदिया जिले के मायापुर में स्थित इस्कान मंदिर में भी इस उत्सव को बड़े ही धूमधाम के साथ 3 दिनों तक मनाया जाएगा।
आपको बता दें कि मायापुर में जन्माष्टमी उत्सव रविवार से ही प्रारंभ हो चुका है और आने वाले मंगलवार तक मनाया जाएगा। तीन दिवसीय तक चलने वाले इस महाउत्सव में दुनिया भर से हजारों श्रद्धालुओं के आने की अपेक्षा की जा रही है। वहीं, उत्सव के दौरान कोरोना संबंधित स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए मंदिर को सैनिटाइज किया गया है। इसके साथ ही मंदिर में मास्क पहन कर आने वालों को ही केवल प्रवेश करने की अनुमति दी गई है।
इधर, इस वर्ष जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान श्री कृष्ण को श्रद्धालुओं की ओर से करीब 400 कलश चढ़ाए जाएंगे। कलश अर्पित करने की प्रक्रिया सोमवार सुबह 10 बजे से प्रारंभ होगी और रात 12 बजे तक चलेगी। भगवान श्री कृष्ण के महाअभिषेक के लिए भारी मात्रा में दूध,घी, मधु, दही, नारियल पानी और फलों के जूस का उपयोग किया जाएगा। 3 दिनों तक चलने वाला इस उत्सव मैं कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों और भजन कीर्तन का भी आयोजन किया गया है।