पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में गर्मा-गर्मी का माहौल बना हुआ है। ऐसे में देखा जा रहा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनाव आयोग और केंद्रीय सुरक्षा बलों पर लगातार आरोप लगाती आ रही है। एक बार फिर चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी को केंद्रीय सुरक्षाबलों और गलत बयानबाजी के आरोप में दूसरी बार नोटिस भेजा है। ज्ञात है कि इससे पहले भी ममता बनर्जी के सभी मुसलमान एकजुट होने वाले बयान पर चुनाव आयोग ने नोटिस भेजा था।
चुनाव आयोग ने दूसरी बार नोटिस भेजते हुए कहा कि बीएसएफ पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से लगातार आरोप लगाना अफसोस जनक बात है। बीएसएफ देश की बेहतरीन बल में से एक है। जिस पर तृणमूल की ओर से आरोप लगाना अफसोस जनक है। बता दें कि चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी को जो सूचना जारी किया है उसमें ममता के उन बयानों का भी चर्चा किया गया है जिसमें तृणमूल का एक प्रतिनिधिमंडल में बांग्लादेश बॉर्डर की सुरक्षा में तैनात बीएसएफ पर एक पार्टी के पक्ष में ग्रामीणों को धमकाने का आरोप लगाया था।
ममता बनर्जी ने दोमजुर में चुनाव प्रचार करते वक्त पूछा था कि जब बीजेपी के मुख्य प्रचारक तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषणों में हिंदू और मुस्लिम वोटबैंक का इस्तेमाल करते हैं तो उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जाती है? साथ ही उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग चाहे तो उन्हें 10 कारण बताकर नोटिस भेज सकते हैं, लेकिन उनका जवाब एक ही होगा। वे हमेशा हिंदू मुस्लिम वोटों के विभाजन के विरुद्ध बोलती रही है और धार्मिक आधार पर मतदाताओं को बांटने के विरुद्ध खड़ी रही हैं।
ममता बनर्जी ने मतदाताओं को होशियार रहने की सलाह देते हुए कहा था कि केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवान गांव में लोगों को डराने धमकाने पहुंच सकते हैं। साथ ही उन्होंने हुगली जिले के बालागढ़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया था कि केंद्रीय बल अमित शाह द्वारा संचालित केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेशों पर काम करती है। उन्होंने राज्य के पुलिस को चौकन्ना रहने को कहा और दिल्ली के सामने झुकने से इनकार किया।
ममता बनर्जी पर नोटिस जारी करने को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग की कड़ी निंदा करते हुए प्रश्न पूछा है कि बीजेपी के विरुद्ध किए गए शिकायतों पर अब तक क्यों नहीं कोई कदम उठाया गया है। तृणमूल कांग्रेस की प्रवक्ता महुआ मोइत्रा ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए कहा कि आयोग भेदभाव करना बंद करें। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि बीजेपी की शिकायत पर चुनाव आयोग ने ममता दीदी को नोटिस जारी किया है लेकिन तृणमूल की शिकायतों पर क्या हुआ? बीजेपी उम्मीदवार द्वारा रुपए बांटने के वीडियो का सबूत भी है। लेकिन चुनाव आयोग कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है।