गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 8 चरणों में हो रहा है। 3 चरणों के मतदान पूरे हो चुके हैं और चौथा मतदान 10 अप्रैल को होने जा रहा है। इसी बीच चुनाव आयोग ने एक बड़ा फैसला लेते हुए कोलकाता से 8 रिटर्निंग अधिकारियों को उनके पद से हटा दिया है। चुनाव आयोग ने यह जानकारी देते हुए कहा कि नियमों के आधार पर कोई भी व्यक्ति लगातार 3 साल तक एक ही पद पर नहीं रह सकता है। इस कारणों से अधिकारियों को हटाने का नियम है। लेकिन अभी तक इस नियम को कोलकाता में क्रियान्वित नहीं किया गया है। नियमों को देखते हुए 8 रिटर्निंग अधिकारियों को उनके पद से हटाया जा रहा है। यह सारी सूचना मुख्य चुनाव अधिकारी संजय बोस ने दी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 8 अधिकारियों पर कई बार भेदभाव करने के आरोप लगे हैं। इन अधिकारियों के खिलाफ कई दोष-कथन भी मिले हैं। इन सब कारणों की वजह से चुनाव आयोग ने उन्हें हटाने का निर्णय लिया है। यह सभी अधिकारी दक्षिण कोलकाता के कोलकाता पोर्ट व भवानीपुर और उत्तर कोलकाता के जोड़ासांको, इंटली, चौरंगी, बेलियाघाटा, श्यामपुकुर, काशीपुर-बेलगछिया शामिल है।
चुनाव आयोग ने इन 8 अधिकारियों बदले में नए रिटर्निंग ऑफिसर को नियुक्त किया है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि मंगलवार को विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान के समय कई स्थानों पर हिंसा भी देखने को मिला था। जहां कई जगहों पर बीजेपी और तृणमूल उम्मीदवारों पर भी हमले किए गए थे। इसके बावजूद भी राज्य में करीब 80% लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए मतदान किया है।