भवानीपुर विधानसभा सीट पर 30 सितंबर को उपचुनाव होने जा रहा है। उफचुनाव के नामांकन पत्र पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कोलकाता के अलीपुर सर्वे बिल्डिंग जाकर अपना नाम दाखिल कर दिया है। इधर, ममता बनर्जी के नामांकन पत्र भरते ही तृणमूल के कार्यकर्ताओं ने विधानसभा चुनाव के दौरान लोकप्रिय हुए ‘खेला होबे’ के नारे को लगाया।
चुनाव के नामांकन के दौरान राज्य के कई मंत्रियों समेत तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख भवानीपुर सीट पर उपचुनाव में बीजेपी की प्रियंका टिबरेवाल और वाममोर्चा के श्रीजीब विश्वास को टक्कर देने वाली है। चुनाव के परिणाम की घोषणा 3 अक्टूबर को की जाएगी।
वहीं, भवानीपुर सीट से ममता बनर्जी के विरुद्ध बीजेपी ने जिस प्रियंका टिबरेवाल को उम्मीदवार बनाया है, भले ही लोग राष्ट्रीय स्तर पर उन्हें कम पहचानते होंगे, परंतु बंगाल में वकील के रूप में वह चर्चित नाम है। आपको बता दें कि चुनाव के बाद राज्य में हुई हिंसा के मामले को लेकर वे ममता सरकार को लगातार अदालत में घेरती रही है।
प्रियंका टिबरेवाल पेशे से एक वकील और बीजेपी सांसद बाबुल सुप्रियो की कानूनी सलाहकार रह चुकी हैं। बाबुल सुप्रियो के राय के बाद ही अगस्त 2014 में बीजेपी में शामिल हुई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रियंका बीजेपी की पहली पसंद नहीं थी, परंतु सभी बड़े नेताओं के मना करने के बाद उन्हें चुना गया है।
आपको बता दें कि तृणमूल कांग्रेस का विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से जीत हासिल करने के बावजूद भी ममता स्वयं नंदीग्राम सीट से चुनाव हार गई थी। नंदीग्राम से चुनाव हारने के बाद मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए ममता को उपचुनाव में जीत हासिल करनी होगी। तभी वे मुख्यमंत्री पद पर बनी रहेंगी।
गौरतलब है कि भवानीपुर ममता बनर्जी का गृह क्षेत्र है और उन्होंने 2011 और 2016 में हुए चुनाव में इसी सीट से जीत दर्ज की थी। वहीं, इस वर्ष हुए चुनाव में इस सीट से जीत हासिल करने के बाद राज्य के कृषि मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने मुख्यमंत्री के लिए भवानीपुर सीट छोड़ दिया है।