Friday 14th Feb 2025
स्वास्थ

कोरोना वायरस हवा में 1 घंटे से ज्यादा समय तक मौजूद रह सकता है

कोरोना वायरस हवा में 1 घंटे से ज्यादा समय तक मौजूद रह सकता है

कोरोना वायरस किन-किन चीजों से फैल सकता है और इससे बचने के लिए क्या क्या सावधानी बरतनी चाहिए, इस विषय को लेकर काफी लंबे समय से चर्चा चलता आ रहा है। एक नई स्टडी में यह दावा किया जा रहा है कि हवा में 1 घंटे से ज्यादा समय तक कोरोना वायरस संक्रमण मौजूद रह सकते हैं।

काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (CSIR) की दो लैब की नई स्टडी में अलग-अलग अस्पतालों के कोविड वॉर्ड्स में मौजूद हवा के सैम्पल में कोविड-19 का वायरस मिला है। यह दावा किया जा रहा है कि खुले में रहने वाले यह काण 1 घंटे से ज्यादा समय तक हवा में बने रह सकते हैं। सेंटर फॉर सेल्यूलर एंड मॉलेक्युलर बायोलॉजी और सीएमआईआर की स्टडी में यह पता चला है कि जिस कमरे में कोरोना वायरस के मरीजों ने अधिक समय बिताया है, वहां संक्रमण हवा में 1 घंटे से ज्यादा समय तक पाया गया है।

मरीजों के बैठने के जगहों से कुछ मिनट से अधिक दूरी पर भी वायरस हवा में पाया गया है। इस दावे की पुष्टि के लिए वैज्ञानिकों ने कई अस्पतालों के 64 से ज्यादा सैंपल लिए थे। शोधकर्ताओं ने एयर सैंपल के जरिए हवा से सैंपल इकट्ठे किए थे, फिर इकट्ठे किए गए सैंपल में इन कणों का आरटीपीसीआर के जरिए टेस्ट किया गया है। स्टडी में यह भी कहा गया कि जब तक कमरे में एसी के जरिए हवा का बहाव न हो बगैर लक्षण वाले मरीजों के बैठने वाले जगहों पर वायरस नहीं फैलता है।

सीसीएमबी के निर्देशक वैज्ञानिक डॉ. राकेश मिश्रा और इम्टेक के निदेशक डॉक्टर संजीव खोसला ने बताया कि अध्ययन में पाया गया है कि बंद जगहों में अधिक समय बिताना खतरों भरा हो सकता है। ऐसे में मास्क पहनना अनिवार्य है। उन्होंने जानकारी दी कि लोगों के अलग-अलग अस्पताल कोविड वार्ड और होम क्वारंटीन वाले कोरोना मरीजों के घरों से सैंपल लिए गए हैं। इस अध्ययन में यह पता चला कि बंद जगहों पर वायरस लंबे समय तक हवा में रह सकता है।

अगर कोई व्यक्ति ऐसी बंद जगहों में हो तो वहां मास्क की अहमियत बढ़ जाती है। कोरोना मरीजों के होम क्वारंटीन के दौरान भी मास्क पहनना बहुत जरूरी है। इम्टेक के निदेशक डॉक्टर संजीव खोसला के अनुसार, स्टडी बताती है कि कोविड और नॉन कोविड वार्ड अलग-अलग करना संक्रमण रोकने के लिए बेहद सही उपाय रहा है। मास्क का संक्रमण रोकने के लिए बेहद अहम भूमिका निभा रही है।

हिंदूजा हॉस्पिटल, खारके डॉक्टर राजेश जरिया कहते हैं कि अगर घर में कोई कोरोना वायरस मरीज हो तो उससे दूरी तो जरूरी है ही साथ ही घर की सारी खिड़कियां खुली हो ताकि उसके मुंह, नाक से निकलने वाली ड्रॉप्स दूसरे तक ना पहुंचे। अगर व्यक्ति घर पर ही मास्क पहनकर रहता है तो संक्रमण फैलने की संभावना बहुत कम हो जाती है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देशभर में 43.96% कोरोना मरीज़ जहां अस्पतालों में हैं वही इनसे ज्यादा 56.04% मरीज़ होम आइसोलेशन में है, ऐसे में नई स्टडी, घरों में क्वारंटीन मरीजों के लिए यह सभी जानकारी बेहद जरूरी है।